Friday, November 19, 2010

simdega : ऐतिहासिक रामरेखा मेला ( ramrekha mela )

Ramrekha baba
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर रामरेखा धाम में लगने वाले मेले को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो गयी हैं। मेले का उद्घाटन शुक्रवार को रामरेखा धाम की स्मरिका विमोचन के साथ किया जाएगा। विदित हो कि मेले में ओड़िशा, छत्तीसगढ़ के अलावा राज्य के कई जिलों से श्रद्धालु दर्शनार्थ धाम तक पहुंचते हैं। इधर मेले को लगने वाले भीड़ को लेकर रामरेखा धाम विकास समिति द्वारा व्यापकस्तर पर व्यवस्था किए गये हैं। अलग-अलग वाहन पड़ाव बनाये गये हैं, वहीं दुकानदारों ने भी व्यवस्थित ढंग से दुकान सजाया है। मेले में इधर स्थानीय संस्था मधुकुंज द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम सह छउ नृत्य कार्यक्रम भी आकर्षण का केन्द्र होगा।

Sunday, November 14, 2010

simdega : भगवान भास्कर की निकली शोभा यात्रा

सिमडेगा: प्रिंस चौक पर स्थापित भगवान भास्कर की शोभा यात्रा रविवार को निकाली गयी। शोभा यात्रा प्रिंस चौक से महावीर चौक होते केलाघाघ गई जहां डैम में मूर्ति का विसर्जन किया गया। गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा में शहर के लोग शामिल हुए। भगवान सूर्य की प्रतिमा वाहन पर सजायी गयी थी, वहीं आयोजक समिति द्वारा लोगों को प्रसाद भी बांटे जा रहे थे। शोभा यात्रा में मुख्य रूप से राजू प्रसाद, श्रीराम पूरी, दीपक पूरी, आशीष शास्त्री, अनुप प्रसाद, ओमप्रकाश अग्रवाल, छोटु, विकास, कृष्णा, रंजीत कुमार आदि लोग शामिल थे।

Friday, August 27, 2010

Simdega : सेवा की प्रतिमूर्ति थीं mother teresa


बानो (सिमडेगा)। प्रखंड मुख्यालय में स्थित मदर टेरेसा नर्सिंग सेंटर में गुरुवार को मदर टेरेसा का जन्मोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रखंड चिकित्सा प्रभारी डा. शंभू प्रसाद ने दीप प्रज्वलित करके एवं उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण करके किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डा. शंभू ने कहा कि मदर टेरेसा सेवा ने गरीबों की सेवा में अपना पूरा जीवन व्यतीत कर दिया था। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा एकमात्र उद्देश्य मानव कल्याण था। श्री प्रसाद ने उपस्थित नर्सो से कहा कि वे भी मदर टेरेसा के जीवन से प्रेरणा लें। मानव सेवा में मिसाल कायम करें एवं क्षेत्र का नाम रोशन करें। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेन्द्र उरांव, इंद्र कुमार, बिल्लु अग्रवाल, लिलु अग्रवाल, जगेश्वर साहू, प्रह्लाद मिश्र आदि उपस्थित थे।

Wednesday, August 25, 2010

Simdega : रक्षाबंधन में छुपा है आध्यात्मिक रहस्य व नैतिक संदेश


सिमडेगा। जिले में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों के माथे पर तिलक लगाने के बाद कलाई पर राखी बांधी। विभिन्न शिक्षण संस्थानों एवं धार्मिक स्थानों में भी रक्षाबंधन का पर्व पूरी आस्था एवं उत्साह से मनाया गया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सिमडेगा शाखा में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में सेवा केन्द्र की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी मूर्ति बहन ने रक्षा बंधन के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस त्योहार के पीछे बहुत बड़ा नैतिक संदेश व आध्यात्मिक रहस्य छुपा है। वास्तव में रक्षा शब्द मनोविकारों से बचाव का प्रतीक एवं बंधन शब्द प्रतिज्ञा का प्रतीक है। आज के दूषित व अपवित्र वातावरण में जब मनुष्यों में घृणा व द्वेष बढ़ रहा है तथा नैतिक मूल्यों का तेजी से पतन हो रहा है ऐसे में व्यक्ति को आत्मरक्षा करके के साथ साथ बुराईयों से बचने की नितांत आवश्यकता है। रक्षा किसी बंदूक या तोप से नहीं बल्कि आत्मिक ज्ञान और योग से करनी है। बहन मूर्ति ने कहा कि राखी बांधते समय जो तिलक लगाया जाता है वह आत्म स्मृति का प्रतीक है और मुंह मीठा करने का अर्थ सदा मधुरता एवं मंगलमय जीवन से है। इस तरह से रक्षा बंधन सिर्फ त्योहार ही नहीं जीवन व्यवहार भी है। केन्द्र में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में विमला बहन, संतोष बहन, केशर बहन, रजनी बहन, कमला बहन, रश्मि बहन, भ्राता सत्यानंद, रामनिवास भाई और शंभू भाई सहित कई माताएं व बहनें उपस्थित थीं।

Simdega : मोहब्बत है क्या चीज! ( love )


दुनिया में सभी प्रेम करते हैं, पर बहुत ही कम लोग हुए हैं, जिन्होंने प्यार को ठीक तरह से समझा है। जिन्होंने समझा, उन्होंने अपने प्यार को नया आयाम दिया और उसे दुनिया के सामने आदर्श बनाकर प्रस्तुत किया। आज के दौर में प्यार फैशन की तरह हो गया है और हर कहीं आपको ऐसे प्रेमी युगल मिल जाएंगे जो दुनिया वालों के तमाम उसूल और रीति-रिवाज ताक में रखकर एक-दूसरे को प्रेम करते हैं। पर क्या सभी प्रेमी अपने साथी के साथ प्रेम की तीव्रता बनाए रखते हैं या वक्त की दीमक उनके प्रेम को खोखला कर देती है। प्रेम इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि लैला-मजनूं, हीर-राझा, सोहनी-महिवाल आदि सभी ने प्रेम क्षेत्र में झडे गाड़े, पर प्रेम की निश्चित परिभाषा कोई न दे पाया।
ऐसा शायद इसलिए भी हुआ कि ये लोग प्रेम की महान अनुभूति से ओत-प्रोत थे, इसलिए ये उसे निश्चित शब्दों में बांधना नहीं चाहते थे। वे प्रेम के असीम अहसास को सिर्फ महसूस करना चाहते थे। प्यार का जन्म कब और कहां हुआ, यह कहना मुश्किल है। पहले-पहल इसका आम जीवन से कोई ताल्लुक नहीं था, राजा-रानियों की प्रेम कथाओं में इसका हल्का-फुल्का जिक्र होता था। फिर लिखित साहित्य आया। उसके बाद फिल्मों में रोमास के हर पहलू का खुलकर फिल्माकन किया गया।
दूसरी तरफ आधुनिक रोमास की गति इतनी तेज है कि प्रेमी युगल के पास उसे महसूस करने के लिए, उन क्षणों को जीने के लिए समय ही नहीं है। आज का हाईटेक रोमास हर प्रेमी युगल पर हावी है, जो ई-मेल, चैटिंग और एसएमएस तक सीमित दिखाई देता है। आज रोमास को समय और दूरी का मुंह नहीं ताकना पड़ता।
अब रोमास का स्थान डिस्को, पार्टियों, डेटिंग आदि ने ले लिया है, जहा शोर-शराबे और सेक्स के बीच इच्छाएं-कामनाएं पहले ही खत्म हो जाती हैं।
प्यार का सही अर्थ कहीं खो गया है
समाजशास्त्री ज्ञानेंद्र गौतम का कहना है कि प्यार का सही अर्थ कहीं खो गया है और जिस तरह का प्यार इन दिनों देखने को मिल रहा है उसमें प्यार कम और एक-दूसरे से कुछ पा लेने की लालसा अधिक दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब आप दुखी, कुंठित या परेशान अधिक रहते है। अपनी परेशानी को बांटने का यह तरीका एक से अधिक प्रेम संबंध बनाने का माध्यम बनता है। वैसे भी ऐसे प्रेम संबंधों की इन दिनों कमी नहीं जिसमें एक से अधिक लोगों से संबंध स्थापित कर लेना आम बात हो गई है।
आचार्य रजनीश 'ओशो' के अनुसार, कुदरत का अनमोल तोहफा है प्रेम, 'पुरुष, प्यार अक्सर और थोड़ा करता है, किंतु स्त्री, प्यार सौभाग्य से और स्थायी करती है।'
वहीं मीर तकी मीर का कहना है कि प्यार की कोई हद नहीं होती, 'जिस प्यार में प्यार करने की कोई हद नहीं होती और किसी तरह का पछतावा भी नहीं होता, वही उसका सच्चा रूप है।'
खलील जिब्रान ने कहा था कि मैंने तो खूब किया दुनिया से प्रेम, 'खूब किया मैंने दुनिया से प्रेम और मुझसे दुनिया ने, तभी तो मेरी मुस्कराहट उसके होंठों पर थी और उसके सभी आंसू मेरी आंखों में।'
वहीं शेक्सपीयर ने कहा था कि प्रेम हृदय से देखता है, 'प्रेम आंखों से नहीं हृदय से देखता है, इसीलिए प्रेम को अंधा कहा गया है।'

Monday, August 23, 2010

Simdega : धूमधाम से मनाया रामरेखा बाबा का जन्मोत्सव



सिमडेगा। ब्रह्मलीन संत रामरेखा बाबा के 116वें जन्मदिन के मौके पर श्रद्धालुओं ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किये। अग्रसेन चौक पर स्थित रोहिल्ला आवास के सामने आयोजित बाबा के जन्मोत्सव में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अपने हाथों में दीप लेकर बाबा की आरती उतारी और उन्हें नमन किया। पंडित वासुदेव गौतम ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत बाबा की पूजा अर्चना की। इस मौके पर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल सपत्नीक यजमान के रूप में बैठे। श्रद्धालुओं ने कहा कि ब्रह्मलीन होने के बाद भी बाबा उनके बीच हैं तथा उनके सानिध्य में जीवन भक्तिमय रहता है। श्रद्धालुओं ने कहा कि बाबा की बातें और उनकी बाल सुलभ मुस्कान उन्हें बहुत याद आती है तथा ब्रह्मलीन संत उनके हृदय में निवास करते हैं। जन्मोत्सव कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के बीच खीर-बुंदिया का प्रसाद वितरित किया गया। आयोजन में रामनारायण सिंह रोहिल्ला, शंकर लाल अग्रवाल, शीतल प्रसाद,मधुसूदन सिंह, नपं के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष कुमार, प्रह्लाद केशरी, मनोज जैन, वेदप्रकाश नागवान, विनोद अग्रवाल, गुप्ता बैग वाले, कौशल किशोर रोहिल्ला, योगेन्द्र रोहिल्ला,सत्येन्द्र रोहिल्ला, लाला शर्मा, सुरेश शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Saturday, August 14, 2010

Simdega : किसकी आजादी, किसका जश्न

नई दिल्ली  [ जगमोहन ]

प्रथम स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने दृढ़ प्रतिज्ञा लेते हुए यह घोषणा की थी कि हम निश्चय ही एक शक्तिशाली भारत का निर्माण करेंगे। यह भारत न केवल विचारों में, कार्यो में और संस्कृति में शक्तिशाली होगा, बल्कि मानवता की सेवा के मामले में भी आगे होगा। लेकिन क्या हम ऐसा सचमुच कर पाए? क्या हमने एक ऐसे भारत का निर्माण नहीं किया है, जो विचारों में सतही, कार्यो में अकुशल, संस्कृति में उथला और मानवता की सेवा में कमजोर है?
14-15 अगस्त की अ‌र्द्धरात्रि में अपने ऐतिहासिक भाषण में नेहरू ने भरपूर जोश के साथ अपने काव्यात्मक अंदाज में कहा, 'मध्यरात्रि की इस बेला में, जबकि पूरा विश्व सोया हुआ है, भारत स्वतंत्रता और नए जीवन के लिए जगेगा। यह एक ऐसा क्षण है, जो इतिहास में बहुत ही दुर्लभ होता है। यह एक ऐसा क्षण है, जब हम पुराने से नए में प्रवेश कर रहे हैं। यह एक नए युग का आरंभ है। यह एक ऐसा समय है, जब वर्षो से दमित राष्ट्र की आत्मा फिर से जागने जा रही है।' परंतु भारत क्या वास्तव में जगा और अपनी आत्मा को नई अभिव्यक्ति दे सका? क्या यह सच नहीं है कि जगी हुई भारत की आत्मा को फिर से सुला दिया गया और इस पर दमन की और परतें चढ़ा दी गई?
हमने अपने लिए एक संविधान का निर्माण किया और भारत में संप्रभुतासंपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य की धारणा को स्थापित किया गया। परंतु यहां लोकतांत्रिक गणराज्य की बजाय वंशवादी प्रभुत्व है, संप्रभुता का उपयोग विधायिका में चुने गए अपराधी कर रहे हैं और इसी तरह पंथनिरपेक्षता का व्यावहारिक उपयोग जाति और समूह के आधार पर राजनीतिक निर्णयों में देखा जा सकता है। इसी तरह समाजवाद की धारणा आज उच्चतम आय यानी असमानता का कारण बन रही है?
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के नीचे सत्यमेव जयते यानी सत्य की ही विजय होती है, लिखा हुआ है। आखिर क्या वजह है कि असत्य का साम्राज्य फैला हुआ है और लोगों पर लग रहे कलंक और झूठ को लेकर बहसें हो रही हैं? झंडे में बना चक्र हमारी प्राचीन संस्कृति का प्रतीक है, लेकिन क्या हम आज अपनी प्राचीन संस्कृति की जड़ों पर ध्यान दे रहे हैं?
देश का सर्वोच्च पद भी स्वार्थ से प्रेरित अनैतिक राजनीति का शिकार बन चुका है। लोकतंत्र के इस सर्वोच्च पद पर भी राजनीतिक शिकंजा कसता नजर आ रहा है। हत्या, अपहरण, अवैध गतिविधियों में लिप्त आज लोकतंत्र के सम्मानित सासद, विधायक हैं। जेल में बंद हैं, फिर भी सासद हैं। जो जंगल में घूम रहे हैं, वे संसद में दिख रहे हैं। आखिर आजादी के बाद उभरे इस तरह के परिदृश्य के लिए कौन जिम्मेवार है?
अब प्रश्न यह उठता है कि क्या देश के इन्हीं हालातों के लिए लाखों लोगों ने कुर्बानिया दी? इस तरह के उभरते हालातों पर आज मंथन करने की विशेष जरूरत है। वर्ष 1857 से लेकर 9 अगस्त 1947 के मध्य छिड़ी आजादी की जंग पर एक नजर डालें, जहा देश की आजादी के लिए अनोखी जंग छिड़ गई थी। एक तरफ अंग्रेजों को छक्के छुड़ाने वाली लक्ष्मी बाई तो दूसरी ओर जीवन के अंतिम पड़ाव पर पड़े बूढ़े शेर बाबू कुंवर सिंह के बाजुओं की ताकत के आगे निढाल पड़ी अंग्रेजी हुकूमत।
साथ ही साथ देश भक्ति में सराबोर हुए आजादी के दीवानों का जत्था, जिनकी कुर्बानियों के आगे अंग्रेजी हुकूमत को यहा से बिदा होना पड़ा।
हम याद करें, मंगल पाडे की कहानी, जिन्होंने निस्स्वार्थ भाव से अंग्रेजों के विरूद्ध अलख जगाकर आजादी की जंग छेड़ दी। राम प्रसाद विस्मिल, भगत सिंह, आजाद आदि के त्याग एवं बलिदान की कहानी को इतना जल्दी कैसे भूल गए? आज गाधी, बाल गंगाधर तिलक, के साथ-साथ देश की आजादी की जंग में सक्रिय भूमिका निभाने वाले अनेक गुमनाम शहीद हर भारतीय से पूछ रहे हैं, क्या भारत के इसी स्वरूप के लिए हम सबने बलिदान दिया?

Thursday, August 12, 2010

Simdega : सावन तीज महोत्सव का आयोजन

अग्रवाल महिला समिति के तत्वावधान में गुरुवार को आनंद भवन में सावन तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। तीज महोत्सव में महिलाओं के मनोरंजन के लिये सावन झूले का निर्माण किया गया था। तीज महोत्सव में महिला समिति के द्वारा कैंटीन एवं अन्य स्टॉल भी सजाया गया था। कैंटीनों में बने जायकेदार व्यंजनों का महिलाओं ने जमकर लुत्फ उठाया। तीज महोत्सव के मौके पर समिति द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में सावन रानी, सावन राजकुमारी, फैंसी ड्रेस एवं मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया एवं विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। अरूणा शर्मा को सावन की रानी, खुशबू बंसल को सावन राजकुमारी का खिताब तथा सुनिता बामलिया को मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला। हर्ष बंसल को फैंसी ड्रेस में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। महोत्सव को सफल बनाने में महिला समिति के सदस्यों का योगदान रहा।

Sunday, August 8, 2010

Simdega : पीर की मजार पर शांति व सौहार्द की दुआएं मांगी

कोलेबिरा (सिमडेगा)। कोलेबिरा थाना परिसर में स्थित हजरत अंजान शाह पीर बाबा के मजार पर आयोजित दो दिवसीय उर्स शरीफ के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। झारखंड, उड़ीसा व छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों ने बाबा के मजार पर चादरपोशी कर मन्नतें मांगीं। साथ ही कोलेबिरा अंजुमन की ओर से सदर व सचिव ने चादरपोशी कर जिले में शांति और सौहार्द की दुआएं मांगी। इधर रविवार को कार्यक्रम का शुभारंभ प्रात: में सलातो सलाम के साथ हुआ। इसके बाद गुल का छिठा का भी आयोजन किया गया। इधर दो दिनों में काफी संख्या में लोग पहुंचे और दुआएं मांगीं। मजार के खादिम बारिक हसन सिद्दिकी की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम के सफल आयोजन में शहजाद, मिन्हाज, मेराज, हैदर अली, सरवर, मेहंदी, हसन, अजीमुद्दीन आदि का योगदान रहा।

Simdega : धूम धड़ाके के साथ निकली भोले बाबा की बारात

सिमडेगा। रविवार को जिला मुख्यालय में शिवरात्रि के मौके पर भक्तों ने भोले बाबा की बरात निकाली एवं शिव विवाह का आयोजन रामजानकी मंदिर में किया। शिव बारात में शामिल बारातियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। लोग नाचते-गाते चल रहे थे। शाम सात बजे महावीर मंदिर से निकली बारात एसबीआई पथ होते हुए रामजानकी मंदिर पहुंची। गाजे-बाजे के साथ मंदिर में बारात पहुंचने के बाद यहां भोले बाबा का विवाह पार्वती के साथ हुआ। शिव का रूप धारण किये नटवर अग्रवाल ने पार्वती बनी अपनी धर्मपत्नी के गले में जब माला डाला तो मंदिर परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। शिव पार्वती का श्रृंगार ऋषि बोंदिया व प्रदीप मित्तल की टीम ने किया था। कार्यक्रम में भक्तों को प्रसाद वितरण भी हुआ। महाआरती में भी सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। रामजानकी मंदिर के पुजारी वासुदेव गौतम की अगुवाई में हुए कार्यक्रम में ओमप्रकाश शर्मा, प्रदीप शर्मा, लल्लू, बल्लू शर्मा, बजरंग बंसल, पवन अग्रवाल, पिंकुल अग्रवाल, महेश वर्मा, विनोद अग्रवाल, नरेश माजरिया, विनीत मित्तल, रवि गोयल सहित भक्तों का योगदान रहा। इधर शिवरात्रि के मौके पर सुबह से ही शिवमंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने मंदिरों मे जल अर्पित किया।

Friday, August 6, 2010

Simdega : हजारों श्रद्धालुओं ने रामरेखा बाबा की समाधि पर माथा टेका


सिमडेगा। ब्रह्मलीन संत पूज्य प्रपन्नाचार्य जी महाराज रामरेखा बाबा की तीसरी पुण्य तिथि के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने पहाड़ के ऊपर स्थित रामरेखा धाम पहुंचकर बाबा की समाधि पर माथा टेका। पावन तीर्थ स्थली रामरेखा धाम में तीन दिनों से चल रहे अखंड हरिकीर्तन व पूजा अनुष्ठान के बीच निकटवर्ती छत्तीसगढ़ व उड़ीसा राज्य से भी पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने श्रीराम कुंड में स्नान करके पूजन किया। भक्तों ने धाम के बीचोबीच स्थित रामरेखा बाबा के समाधि स्थल पर पुष्प चढ़ाये और पूजा अर्चना की। इधर जिला मुख्यालय स्थित देवराहा बाबा आश्रम में भी सैकड़ों भक्तों ने बाबा की पुण्य तिथि मनायी और पूजा अर्चना की। रामरेखा धाम में बुधवार को शुरू हुए अखंड हरिकीर्तन में किनबिरा, कुलुकेरा और सरखुटोली सहित कई गांवों की भजन मंडली शामिल थी। जाप में संतोष पण्डा, विनोद पण्डा, रामरतन दास और नागेश्वर होता बैठे। उमा बाबा की अगुवाई में हुए धार्मिक अनुष्ठान में पंडित भुवनेश्वर पंडा ने पूजन का कार्य कराया। नाम यज्ञ के समापन के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने विशेष भंडारा प्रसाद में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन की सफलता में धाम के सचिव अमरनाथ बामलिया, बाबूल साहा, विनोद दास, ईश्वर प्रसाद, ओमप्रकाश साहू, बहादुर सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, कृष्णा शर्मा, लक्ष्मण बड़ाईक और लक्ष्मी प्रसाद सहित कई श्रद्धालु शामिल थे। देवराहा बाबा आश्रम में ओमप्रकाश अग्रवाल के नेतृत्व में पुण्य तिथि पर पूजा अर्चना की गयी।

Wednesday, July 21, 2010

Simdega : जयघोष के बीच देव प्रतिमाओं का हुआ मुकुट अभिषेक

महावीर चौक स्थित महावीर मंदिर में मंगलवार को भक्तों ने बजरंगबली की प्रतिमा का मुकुट अभिषेक किया। इस मौके पर जुटे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान की आरती के बीच भगवान शिव, पार्वती, श्री गणेश एवं कार्तिक जी की प्रतिमाओं पर भी मुकुट अभिषेक किया। महावीर मंदिर महाआरती समिति द्वारा आयोजित मुकुट अभिषेक कार्यक्रम में रामजानकी मंदिर से शोभायात्रा निकाली गयी थी। इससे पूर्व मंदिर में रखे मुकुटों का विधिवत पूजन किया गया। इसके बाद श्रद्धालु प्रदीप शर्मा मुकुटों को अपने माथे पर धारण करके अन्य श्रद्धालुओं के साथ शोभायात्रा के रूप में मंदिर परिसर से निकले और महावीर मंदिर पहुंचे। यहां भक्तों ने रामभक्त हनुमान के जयकारे लगाते हुए उनकी प्रतिमा पर मुकुट अर्पित किया। मुकुट पहनाने में ओमप्रकाश शर्मा, बजरंग बंसल, ओमप्रकाश पिथरिया शामिल थे। इसके बाद महाआरती एवं प्रसाद वितरण का आयोजन हुआ। हर मंगलवार को महाआरती का अनुष्ठान करते आ रहे भक्तगण आज के धार्मिक कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साहित थे। आयोजन में पिंकुल अग्रवाल, अमित अग्रवाल, गिगु अग्रवाल, राजेन्द्र बामलिया, संजय शर्मा, मुन्ना अग्रवाल, अमित पिथरिया और नरेश मित्तल सहित कई श्रद्धालुओं का सक्रिय योगदान रहा।

Friday, July 9, 2010

Simdega : जिले में दिखी परोपकार की मिसाल

Jul 10,
सिमडेगा। रजरप्पा मंदिर में हुई घटना के विरोध में आहूत बंद के दौरान शहरवासियों ने परोपकार की मिसाल प्रस्तुत करते हुए बंद में फंसे लोगों को भोजन कराया। देश के विभिन्न शहरों से अपने ट्रकों पर माल लादकर यहां से गुजर रहे करीब डेढ़ सौ ट्रक चालक सिमडेगा में फंसे हुए थे। इनके अलावा काफी संख्या में यात्री भी बंद के चलते रूके थे। शहर में चाय-पान तक की दुकानें बंद रहने के कारण ये भूख-प्यास से त्रस्त थे। इनकी परेशानी को देख शहर के युवाओं ने खिचड़ी और सब्जी का वितरण किया। साथ ही मिनरल वाटर भी उपलब्ध कराया गया। यहां के लोगों की सहृदयता देख ट्रक चालक दलबीर सिंह ने कहा कि बंद में यह अनुभव बेहद सुखद है। भोजन व्यवस्था में पवन जैन, राजेश सिंह, कौशल रोहिल्ला, प्रदीप शर्मा, बबलू गोयल, रवि गोयल, जगेश्वर चाटवाला, पवन वैद्यनाथ, श्री महतो, विजय बंसल, विष्णु बोंदिया सहित कई युवा शामिल थे।

Wednesday, July 7, 2010

Simdega : माओवादियों ने किया बैनर बम विस्फोट

सिमडेगा जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर सिमडेगा-रांची मुख्य मार्ग पर भाकपा माओवादियों द्वारा लगाया गया 'बैनर बम' विस्फोट हो गया। विस्फोट में एक एएसआई व दो जवान बाल-बाल बच गये। नक्सलियों द्वारा बैनर बम विस्फोट की संभवत: यह पहली घटना है। पुलिस का अनुमान है कि बैनर के नीचे बम फिट करके पुलिस को क्षति पहुंचाने की इस कोशिश को नक्सलियों के कुंदन पाहन दस्ते ने अंजाम दिया है। घटना में एएसआई व एक पुलिसकर्मी को मामूली चोट आयी है। बंद के दौरान एलआरपी पर निकली सदर पुलिस मुख्य मार्ग पर अरानी गांव के समीप पुलिस उग्रवादियों द्वारा लगाया गया बैनर उखाड़ रही थी। पुलिस की किस्मत अच्छी थी कि बैनर के खूंटों के नीचे फिट किये गये 3 बमों में से सबसे बड़ा बम नहीं फटा। करीब 5 किलो वजन का जिलेटिन व स्प्रिंल्टर भरा यह बम फट जाता तो किसी की जान नहीं बचती। नक्सलियों ने 12 वोल्ट की बैटरी व तार के साथ बमों को बैनर के खूंटों के नीचे फिट किया था। पुलिस ने घटनास्थल से जिंदा बम, बैटरी, तार के अलावा एक मोटरसाइकिल का आनर बुक व साइकिल बरामद किया है। घटना बुधवार की सुबह करीब 9 बजे हुई। जानकारी के अनुसार एएसआई सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में जीप से निकली एलआरपी टीम ने बीरू गांव से कुछ आगे पुल के पास माओवादियों द्वारा लगाया गया लाल रंग का बैनर देखा । इस बैनर को उखाड़ने के बाद पुलिस करीब एक किलोमीटर आगे बढ़ी थी । वैसा ही एक और बैनर रोड के किनारे लगा दिखा। पुलिस ने इसे भी उखाड़ना शुरू किया। जैसे ही पहले खूंटे को उखाड़ा, एक साथ दो विस्फोट हुए। विस्फोट से एएसआई व पुलिसकर्मी वहीं फेंका गये और उन्हें मामूली चोटें आयीं। वहां काले रंग का धूंआ फैल गया था। विस्फोट में एक बच्चे को भी चोट आने की सूचना है। पुलिस के अनुसार जिस खूंटे को उखाड़ने से विस्फोट हुए उसके नीचे बड़ा बम था । किंतु यह नहीं फटा। खूंटों के हिलने से अन्य दो खूंटों के नीचे तार से जोड़े गये बम फट गये। घटना के बाद एसपी दुर्गा उरांव, एसडीपीओ वरूण कुमार, डीएसपी डीएन उरांव, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट अजय सिंह, इंस्पेक्टर सतनजीव झा व सदर थाना प्रभारी परमेश्वर प्रसाद के अलावा कोलेबिरा थाना प्रभारी नीरज कुमार सदलबल घटनास्थल पहुंचे और नक्सलियों के खिलाफ सर्च आपरेशन तेज कर दिया।

Tuesday, June 29, 2010

Simdega : माओवादियों नें होटल व्यवसायी को भूना

रामजोल गांव में माओवादी समर्थक होने के आरोप में पीएलएफआई द्वारा जयमसीह मड़की की हत्या के 24 घंटे के भीतर भाकपा माओवादियों ने बीरू निवासी होटल व्यवसायी कुलेन्द्र प्रसाद की हत्या रविवार की देर रात्रि बीरू चौक के निकट गोली मारकर व गला रेतकर कर दी। घटना के बाद माओवादी उग्रवादियों ने पर्चा फेंककर कुलेन्द्र को पीएलएफआई समर्थक व पुलिस का दलाल बताया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुलेन्द्र रविवार की शाम बीरू चौक स्थित अपने होटल में थे। इसी बीच वहां पहुंचे दो उग्रवादियों ने कुलेन्द्र का अगवा कर लिया। इसके बाद रात पौने 11 बजे तक उग्रवादी कुलेन्द्र की पत्नी व भाई को फोन पर यह कहते रहे कि उसे पूछताछ के लिये लाया गया है। पूछताछ के बाद कुलेन्द्र को छोड़ दिया जायेगा। लेकिन रात करीब 11 बजे उग्रवादियों ने कुलेन्द्र को बीरू चौक के निकट लाकर हत्या कर दी। इस क्रम में उग्रवादियों ने करीब 20-25 राउंड फायरिंग भी की। गोली वहां से गुजर रहे एक ट्रक व सब्जी लेकर राउरकेला जा रही एक जीप पर भी लगी। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद सदर पुलिस रात में ही घटनास्थल पहुंची एवं शव को अपने कब्जे में कर अंत्यपरीक्षण के लिये सदर अस्पताल भेज दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक विमला प्रधान व पूर्व विधायक नियेल तिर्की थाने पहुंचे तथा शोक संतिप्त परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।

Friday, June 18, 2010

Simdega : सिमडेगा-रांची पथ में दर्जन भर वाहनों से लाखों की लूट

माओवादियों के बंद के दौरान अपराधियों ने सिमडेगा-रांची मुख्य मार्ग पर दर्जन भर वाहनों में लूटपाट मचाते हुए लाखों रुपये व मोबाइल लूट लिये। रविवार की मध्य रात्रि के बाद से शुरू हुए माओवादियों के दो दिवसीय बंद की शुरूआत होते ही अपराधियों ने गाडि़यों को रोककर लूटना शुरू किया था। अपराधियों ने अहले सुबह करीब 4 बजे तक इत्मीनान से एक बाराती गाड़ी समेत कई गाडि़यों में सवार लोगों को लूटा। यात्रियों के साथ बदसलूकी भी की गयी। सदर थाना क्षेत्र के सिमडेगा-रांची मुख्य पथ पर स्थित अरानी बरईबेड़ा गांव के निकट अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने तांडव मचाया। यात्रियों से अपराधियों ने करीब डेढ़ लाख रुपये और दर्जनों मोबाइल सेट लूट लिये। अपराधियों ने एक अखबार लेकर आ रही जीप में भी लूटपाट की। प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधियों ने सिमडेगा-रांची मुख्य पथ पर स्थित बरईबेड़ा गांव के निकट बीच सड़क में पेड़ काटकर मार्ग को अवरूद्ध कर दिया था। जानकारी के अनुसार करीब 15 की संख्या में हथियारबंद अपराधियों ने राउरकेला से आगरा जा रहे ट्रक यूपी 86 एफ 9717 के चालक रामवरेश यादव के पास से 22 हजार नकद व मोबाइल सेट तथा राउरकेला से कानपुर जा रही ट्रक यूपी 85 एस 9103 के चालक आशीष यादव से 20 हजार नकद, मोबाइल सेट व ट्रक में लगे सीडी प्लेयर लूट लिये। इस क्रम में अपराधियों ने चालक के साथ मारपीट भी की। कुछ महिला यात्रियों के जेवर भी लू लिये। इधर लूट के शिकार बने कई वाहन चालक थाना पहुंचे बिना ही अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गये। सुबह साढ़े चार बजे पुलिस को लूटपाट की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने सदर थाना के सामने कुर्सी व बोर्ड लगाकर बीरू की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया और बाद में सदर थाना प्रभारी परमेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल पहुंची और अपराधियों की खोज शुरू की।

Friday, June 4, 2010

Simdega : हक व अधिकार के लिए संगठित हों मजदूर


सिमडेगा। झारखंड मजदूर यूनियन के 17वें स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को नगर भवन में अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व महालेखाकार बेंजामिन लकड़ा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री लकड़ा ने कहा कि मजदूरों को अपने हक व अधिकार की प्राप्ति के लिये संगठित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सबसे बड़ा संगठन मजदूरों का है और मजदूरों को अपनी एकता कायम रखनी चाहिए। श्री लकड़ा ने कहा कि मजदूरों के लिये सरकार की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही है लेकिन जागरूकता के अभाव में वे योजनाओं का लाभ नहीं ले रहे हैं। उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए अधिवेशन में भाग ले रहे सभी मोटिया मजदूरों व रिक्शा चालकों से अपने-अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का आग्रह किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित नगर पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि कई जगह मजदूरों के साथ शोषण किये जाने का मामला प्रकाश में आते रहता है। इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को मिलने के बावजूद वे कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि शहरी क्षेत्र के मजदूरों के लिये नगर पंचायत द्वारा चलाये जाने वाले योजनाओं का लाभ उन्हें दिलाने का प्रयास किया जायेगा। यूनियन के जिला प्रभारी भगवान कुमार मिश्र ने मजदूरों की एकता और संगठन पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने यूनियन के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 17 वर्ष पूर्व मजदूरों के खिलाफ होने वाले शोषण से लड़ने के लिये संगठन की नींव रखे थे जो आज एक विशाल पेड़ के समान हो गया है। उन्होंने कहा कि आज भी जिले में मोटिया मजदूरों के साथ शोषण किया जा रहा है लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। इस अवसर पर मोटिया मजदूर व रिक्शा चालकों के लिये पहचान पत्र का वितरण किया गया। साथ ही कुलदीप सिंह को यूनियन का जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। कार्यक्रम में राजेश केरकेट्टा, घनश्याम राम, शिवचरण डोमरा, अघनू सिंह, विमल नायक, गोविंद मेहर, कुर्बान खान, अमर नायक आदि ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में काफी संख्या में मोटिया मजदूर, राजमिस्त्री व रिक्शा चालक उपस्थित थे।

Friday, May 7, 2010

Simdega : दस साल बाद पूरा हुआ अभिजीत का संकल्प

सिमडेगा। आईएएस की परीक्षा में 24वां स्थान प्राप्त अभिजीत फोगला का संकल्प दस साल बाद पूरा हुआ। दस साल पूर्व अपराधियों ने रंगदारी के लिए दिनदहाड़े अभिजीत के पिता विजय फोगला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी घटना के बाद अभिजीत ने संकल्प लिया था कि वह प्रशासनिक अधिकारी बनकर लोगों को भय मुक्त वातावरण देगा। जो दस साल बाद पूरा हुआ। हालांकि तीसरे प्रयास में अभिजीत ने आईएफएस की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन वह उससे संतुष्ट नहीं था। अभिजीत के मामा ने बताया कि आईएएस के इंटरव्यू में भी उससे पूछा गया कि वह आईएफएस के बाद आईएएस क्यों बनना चाहते हैं उस समय भी अभिजीत का वही जवाब था, जो उसने संकल्प लिया था। खास यह कि अभिजीत के चाचा किशोर फोगला पर भी तीन साल पूर्व अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था। वैसे गुमला में अभिजीत का परिवार साइकिल व इलेक्ट्रानिक्स व्यवसाय से जुड़ा है।

Wednesday, May 5, 2010

Simdega : नगर पंचायत अध्यक्ष पर भड़के उपाध्यक्ष

May 05 . 2010 -- सिमडेगा। नगर पंचायत में शहरी विकास के कार्यक्रमों की धीमी गति तथा नपं अध्यक्ष द्वारा कथित रूप से मनमाना रवैया रखे जाने पर नपं उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल भड़क उठे हैं। श्री अग्रवाल ने विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि नगर पंचायत में कोई नियम कानून नहीं है तथा अध्यक्ष हिटलरशाही कर रही हैं। शहर के विकास का पहिया रूक जाने की बात कहते हुए उपाध्यक्ष ने कहा है कि नगर पंचायत में नियमानुसार काम नहीं होने के चलते नगर विकास विभाग से योजनाएं स्वीकृत नहीं हो रही हैं। नपं अध्यक्ष फुलसुंदरी देवी द्वारा नियमों की अवहेलना करके विशेष बैठक करने का आरोप लगाते हुए उपाध्यक्ष ने कहा है कि नगरपालिका अधिनियम के अनुसार स्पष्ट एजेंडा के साथ बैठक नहीं करने की स्थिति में बैठक का कोई मतलब नहीं है। नपं बोर्ड की अवहेलना का भी आरोप अध्यक्ष पर लगाया गया है।

Simdega : हाईटेक के सहारे होगी इस बार की जनगणना

सिमडेगा। इस बार की जनगणना हाईटेक के सहारे होगी। जनगणना में तकनीक का खूब इस्तेमाल होगा ताकि प्रत्येक सूचना का संग्रहण सटीक हो। जनगणना को सही ढंग से कराने के लिये जिले में मास्टर ट्रेनरों को विशेष प्रशिक्षण शुरू हो गया है। मंगलवार को समाहरणालय के सभागार में शुरू हुए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी उपायुक्त राधाकृष्ण ने किया। प्रशिक्षण में पूरे जिले के चुने हुए करीब दो दर्जन अधिकारी भाग ले रहे हैं। ये मास्टर ट्रेनर जनगणना का प्रशिक्षण पाने के बाद अपने क्षेत्र में प्रगणकों व पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। मंगलवार को हुए प्रशिक्षण में राज्य मुख्यालय से आये प्रदीप कुमार व सत्येन्द्र कुमार के अलावा जनगणना के प्रभारी पदाधिकारी सह डीटीओ रामप्रवेश सिंह ने प्रशिक्षण दिया। मास्टर ट्रेनरों को दो तरह के फार्म भरने के बारे जानकारी दी गयी। बताया गया कि जनगणना के क्रम में हाथ से भरे गये इन फार्म को सीधे स्कैनिंग के जरिये कम्प्यूटर में लोड किया जायेगा। इसलिए फार्म भरते समय अंक बैठाने में पूरी सावधानी बरतने की बात कही गयी। प्रशिक्षण में बताया गया कि सुस्पष्ट ढंग से फार्म में अंक नहीं अंकित करने से कम्प्यूटर में सही आंकड़े दर्ज नहीं होंगे। इसे उदाहरण के द्वारा स्पष्ट करते हुए कहा गया कि फार्म में यदि 1 लिखना है तो इस ढंग से स्पष्ट लिखा जाएगा कि उसे 7 अथवा कोई अन्य अंक पढ़ने की भूल कम्प्यूटर न करे। प्रशिक्षण में सभी प्रखंडों से कृषि पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी, सांख्यिकी पदाधिकारी सहित कई अधिकारी शामिल थे।

Thursday, March 11, 2010

Simdega : क्रिकेट प्रतिभाओं को निखारेगी पुलिस

                 जिला क्रिकेट एसोसिएशन की बैठक रविवार को सिमडेगा क्लब के सभागार में हुई। पुलिस निरीक्षक सतनजीव झा की अध्यक्षता में आयोजित उक्त बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए इंस्पेक्टर श्री झा ने कहा कि जिले में कई अच्छे क्रिकेट खिलाड़ी हैं इन्हें सिर्फ निखारने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिये उनके विभाग द्वारा यथासंभव सहयोग किया जायेगा। बैठक में उपस्थित सार्जेट मेजर टीके झा ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिये लोगों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को निखारने के लिये सोशल पुलिसिंग के तहत यथासंभव सहयोग किया जायेगा। श्री झा ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि वे नि:स्वार्थ भाव से क्रिकेट के विकास के लिये कार्य कर रहे हैं। इससे पूर्व एसोसिएशन के सचिव विजय पुरी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि जिले में क्रिकेट की प्रतिभाओं को अवसर देने की जरूरत है। बैठक में प्रखंड स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया गया तथा वित्तीय वर्ष 2009-10 का आडिट के लिये स्टेट बैंककर्मी प्रदीप कुमार दत्ता को अंकेक्षक नियुक्त किया गया। इसके साथ ही बैठक में उप समितियों का गठन किया गया। जिसमें टूर्नामेंट कमेटी में अनूप श्रीवास्तव, संतोष कुमार सिंह, विद्यासागर सिंह, राजीव रंजन कुमार, प्रेमप्रकाश गिरी, चयन कमेटी में ओनिल तिर्की, तौकीर उस्मानी, शशि भूषण मिश्रा, जोन इंदवार, नशीम खान को शामिल किया गया है। इसके अलावे नयी समिति का गठन किया गया जिसमें एसपी को अध्यक्ष, लखपत अग्रवाल व अनूप लाल को उपाध्यक्ष, विजय कुमार पुरी को सचिव, अनूप श्रीवास्तव व संतोष कुमार सिंह को संयुक्त सचिव, सुबोजित मौलिक को कोषाध्यक्ष चुना गया। साथ ही 9 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया। जिसमें ओनिल तिर्की, युसुफ खान, जोन इंदवार, तौकीर उस्मानी, जेमी मिंज, मौ. सुहैल, सुहैब शाहिद, शशि भूषण मिश्रा व कुलदीप प्रसाद को शामिल किया गया है। बैठक में एसोसिएशन के कई सदस्य उपस्थित थे।

Thursday, March 4, 2010

Simdega : Holi धूम धड़ाके के साथ आज होगा महामूर्ख सम्मेलन

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सिमडेगा। होली के मौके पर होलियाना अंदाज में शहर के नगर भवन में मिलन समारोह सह महामूर्ख सम्मेलन के आयोजन की तैयारियां तेज हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वरूण कुमार के नेतृत्व में बैठक करके महामूर्ख सम्मेलन की तैयारी की गयी है एवं शहर के गणमान्य लोगों को इस मौके पर खास उपाधियों से नवाजा गया है। नगर भवन में होली की पूर्व संध्या यानी रविवार की शाम 6 बजे से आयोजित होने वाले महामूर्ख सम्मेलन में तमाम प्रशासनिक, न्याय प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों व गणमान्य लोगों को बुलाया गया है। इन लोगों के बीच से महामूर्खाधिराज का चयन किया जायेगा। इनके लिये पलास के फूलों की माला के अलावा पुरस्कार के रूप में कद्दू-कोहड़ा आदि का इंतजाम किया गया है। इसकी व्यवस्था की जिम्मेवारी मजदूर नेता राजेश सिंह को दी गयी है। इधर होली के मौके पर गणमान्य लोगों को उपाधि देते हुए सांसद प्रतिनिधि लीलुराम अग्रवाल को बूढ़ी घोड़ी लाल लगाम, नगर पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल को अभी तो मैं जवान हूं, सार्जेट मेजर टीके झा को पुलिस केन्द्र का कन्हैया, इंस्पेक्टर सतनजीव झा को थानेदारों का थानेदार, सदर बीडीओ संदीप कुमार को चाकलेटी राजकुमार, डीडब्लूओ को पारो से परेशान देवदास, योजना पदाधिकारी एम इबरार को वस्त्र दुकान का शोरूम, एसडीपीओ वरूण कुमार को क्या-क्या सितम न सहे हमने कुर्सी की खातिर, उद्घोषक संतोष अकेला को माइक्रोफोन लवर, झापा नेता विश्वंभर चौधरी को वैशाली नगर की वधू, रामनारायण सिंह रोहिल्ला को बुझ गया जवानी का हुक्का लेकिन खींचे जा रहे हैं., ओमप्रकाश साहू को मौके की तलाश में, शमीम अख्तर को बहादुर शाह जफर, राजू शर्मा को चौबे गये छब्बे बनने, पीएचईडी के ईई त्रिभुवन बैठा को रंगीन पानी की गारंटी, कृषि पदाधिकारी नरेश चौधरी को नौ दो ग्यारह की उपाधि से नवाजा गया है। आयोजन समिति ने उपाधि देने में वरीय अधिकारियों को भी नहीं छोड़ा है। डीसी अबु बकर सिद्दीक को मन लागो मोरा फकीरी में, पुलिस अधीक्षक दुर्गा उरांव को ब्लैक पैंथर, डीडीसी सीपी बाखला को कभी अलविदा न कहना, एसडीओ सलन भुईया को मौनी बाबा की उपाधि दी गयी है। इनके अलावा करीब तीन दर्जन लोग होली के मौके पर विशेष रूप से याद किये गये हैं।

Saturday, February 20, 2010

Simdega : शहीद तेलेंगा खडि़या स्मारक स्थल पर अज्ञात लोगों ने की तोड़फोड़

जिला मुख्यालय स्थित शहीद तेलेंगा खडि़या स्मृति स्थल पर बीती रात अज्ञात लोगों द्वारा तोड़ फोड़ किये जाने की घटना को लेकर खडि़या समुदाय के लोग आक्रोशित हो गये। खडि़या समाज के लोगों ने स्मृति स्थल पर पहुंचकर घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सामाजिक विद्वेष फैलाने का कार्य हुआ है। स्मारक स्थल में लगे झंडे एवं शहीद तेलेंगा की तस्वीर को फेंक दिये जाने से आक्रोशित मथियस कुल्लू, जेम्स डुंगडुंग, जेम्स पी केरकेट्टा, इस्माइल केरकेट्टा आदि ने घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए डीसी से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त ने मामले की जांच करके उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। समिति द्वारा डीसी को दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि समाज विशेष की आस्था को चोट पहुंचाने, समाज में विद्वेष फैलाने तथा अशांति फैलाने के लिये उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। उक्त पूजा स्थल में समाज के आदि पूर्वजों द्वारा आस्था के साथ पूजा होती आ रही है। ऐसी स्थिति में खडि़या समाज का उद्वेलित होना स्वाभाविक है। तोड़फोड़ करने वाले तत्वों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने की मांग उठायी गयी है।

Wednesday, February 17, 2010

Simdega : वेलेंटाइन डे पर भारी पड़ा मातृ-पितृ पूजन दिवस

सिमडेगा। रविवार को वेलेंटाइन डे के मौके पर एक ओर जहां प्रेमी युगलों ने उद्यानों व होटलों में बैठकर अपने प्रेम का इजहार करते हुए वेलेंटाइन डे मनाया वहीं दूसरी ओर योग वेदांत सेवा समिति के आह्वान पर सैकड़ों लोगों ने वेलेंटाइन डे का विरोध करते हुए इस दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस आयोजित किया। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मातृ-पितृ पूजन दिवस के आयोजन हुए जिनमें बच्चों ने अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करके उनका पूजन किया।

Simdega : दो मासूम बच्चों को मिली ममता की छांव

सिमडेगा । मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित अनाथ आश्रम में रह रहे दो मासूम बच्चों को ममता की छांव मिल गयी है। यहां की बाल कल्याण समिति के संरक्षण में चल रहे मीराकल फाउंडेशन नामक अनाथ आश्रम के पांच माह के धर्मेन्द्र तथा डेढ़ वर्षीय निरंतर को क्रमश: भुवनेश्वर एवं कोलकाता के दंपति ने गोद लिया और जीवन भर इन्हें गोद लेकर पुत्र के रूप में अपनाया। इन बच्चों को ममता की छांव मिलने के समय आश्रम में शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व दैनिक जागरण ने नन्हीं आंखें ढूंढ रही हैं मां का आंचल शीर्षक समाचार के जरिये यहां के अनाथ आश्रम में रह रहे इन बच्चों की खबर प्रकाशित की थी। उक्त खबर के प्रकाशित होने के बाद देश के कोने-कोने से लोगों ने बाल कल्याण समिति से संपर्क साधकर बच्चों को गोद लेने की इच्छा जतायी थी। सैकड़ों फोन दैनिक जागरण के कार्यालय में आये थे। इस क्रम में भुवनेश्वर के नि:संतान दंपति मनमोहन अग्रवाल ने सिमडेगा पहुंचकर बाल कल्याण समिति से एक बच्चा गोद देने का अनुरोध किया था। साथ ही कोलकाता निवासी ओमप्रकाश भरेच दंपति ने भी बच्चे को अपनाने की इच्छा जाहिर की थी। बच्चों को मां-बाप का प्यार मिले तथा उन्हें सुखी जीवन हासिल हो इसके प्रयासरत बाल समिति के अध्यक्ष तेजबल शुभम मीराकल फाउंडेशन के संस्थापक मंजीत सिंह परदेशी, समिति के अवधेश कुमार, साधु मलवा, प्रभा टेटे आदि ने गोद लेने के इच्छुक दंपतियों के बारे समुचित जानकारी हासिल करने के बाद कानूनी रूप से धर्मेन्द्र व निरंतर को गोद देने की तैयारी की थी। इधर दो बच्चों को मां का आंचल मिल जाने के बाद अब भी अनाथ आश्रम में 21 मासूम बच्चे ऐसे हैं जिन्हें ममता के छांव की तलाश है। फाउंडेशन के संस्थापक श्री परदेशी एवं समिति के अध्यक्ष श्री शुभम ने बताया कि बच्चों को अच्छे मां-बाप मिले इसके लिये समिति ने गोद देने की जटिल प्रक्रिया में कुछ बदलाव करते हुए इस दिशा में प्रयास तेज किये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे नि:संतान दंपतियों को भी समिति बच्चे गोद देगी जिनकी मासिक आय 5 हजार रुपये तक भी हो।

Simdega : पश्चताप व हृदय परिवर्तन का समय है चालीसा काल : विशप बरवा

सिमडेगा। ईसाई धर्मावलंबियों का चालीसा काल राख बुध के साथ शुरू हो गया। इस मौके पर धर्मप्रांत के सभी गिरजाघरों में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया और विश्वासियों के माथे पर राख के साथ क्रूस का चिन्ह अंकित किया गया। पुरोहितों ने राख लगाते हुए कहा कि पश्चताप करो और सुसमाचार में विश्वास करो। इधर जिला मुख्यालय स्थित संत अन्ना महागिरजाघर में विशप विंसेंट बरवा की अगुवाई में समारोही मिस्सा बलिदान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशप बरवा ने अपने प्रवचन में कहा कि प्रार्थना त्याग तपस्या, उपवास और सेवा द्वारा पुण्य काल में प्रवेश करें। चालीसा काल पश्चताप करने और मन परिवर्तन करने का उपयुक्त समय है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु हम सबों के लिये पुण्य कमा चुके हैं उसे हम सबों को अर्जित करना है। हम ऐसा कुछ न करें जो दिखावा के लिये है। आत्मिक प्रगति के लिये प्रार्थना और उपवास दोनों आवश्यक है। विशप बरवा ने अपने प्रवचन में कहा कि चालीसे का समय हमारे लिये मुक्ति और कृपा का समय है अर्थात ईश्वर की कृपा पर भरोसा रखते हुए चालीसा काल का शुरूआत करें। उन्होंने कहा कि धन-दौलत, रुपया जिसे हम कीमती समझते हैं परंतु ईश्वर ने हमें इनसे भी कीमती उपहार प्रेम, सेवा, दया, क्षमा, सहानुभूति विश्वास एवं भरोसा दिये हैं। इन्हीं गुणों को हम दूसरों के लिये देना सीखें। ये सभी गुण ख्रीस्तीय मूल्य हैं जो सिर्फ देने के लिये हैं। मिस्सा अनुष्ठान में विशप बरवा का सहयोग फादर इसीदोर केरकेट्टा, फादर आनंद जोजो, फादर मरियानुस लुगुन, फादर पौलुस कुजूर, फादर तोबियस सोरेंग, फादर अर्नेस्ट केरकेट्टा, फादर कुमार खाख व फादर यूजिन टोप्पो ने किया। दूसरी मिस्सा विकर जनरल फादर पीटर पौल सोरेंग व तीसरी मिस्सा फादर बर्बट कुजूर ने संपन्न कराया। कार्यक्रम में मिस्सा गीत का संचालन संत अन्ना छात्रावास की छात्राओं ने किया। समारोह में काफी संख्या में मसीही समुदाय के लोग उपस्थित थे।