Friday, November 6, 2009

orphans in Simdega : नन्हीं आंखें तलाश रहीं मां का आंचल

Nov 03, 2009
सिमडेगा। बाल कल्याण आश्रम में रह रहे 18 बच्चों की नन्हीं आंखें आज भी मां का आंचल तलाश रही हैं। यूं तो जिले में अनाथ बच्चों ( orphans ) की संख्या करीब 300 के आसपास है लेकिन इस आश्रम में अभी आधा दर्जन छोटे-छोटे बच्चे रह रहे हैं। इन मासूम बच्चों को क्या पता कि उनका भविष्य क्या होगा। बाल कल्याण आश्रम में रह रहे मासूम बच्चे ममता की छांव तलाश रहे हैं। खास यह कि एक माह के भीतर बाल कल्याण समिति को छह ऐसे बच्चे मिले हैं जिन्हें यदि इस आश्रम का सहारा नहीं मिला होता तो शायद ये इस दुनियां में ही नहीं होते। इनमें सुभद्रा तो मात्र डेढ़ माह की है। बारबारा तीन माह की, तो धर्मेन्द्र चार माह का। आश्रम में रखे गये 18 बच्चों में अधिकतर की उम्र 6 माह के भीतर है। जिले में अनाथ बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सबसे स्याह पक्ष यह भी है कि जन्म के साथ ही अनाथ हो रहे बच्चों की तादाद भी कम नहीं है।
उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व दैनिक जागरण द्वारा अनाथ बच्चों के आश्रय का सवाल उठाये जाने के बाद यहां के प्रशासन ने समाज कल्याण निदेशालय द्वारा गठित जिला बाल कल्याण समिति की सुध ली थी। बाल कल्याण समिति को जब जिला प्रशासन से भरोसा मिला तो समिति ने अनाथ बच्चों के लिये काम कर रही सामाजिक संस्था मिराकल फाउण्डेशन को अपने संरक्षण में ले लिया। समिति के सक्रिय होने के बाद अब अनाथ बच्चों को सहारा मिला है। समिति अध्यक्ष तेजबल शुभम ने बताया कि उनके पास लाये जाने वाले अनाथ बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है। संस्था चाहती है कि इन बच्चों को अच्छे मां-बाप मिलें। इन्हें गोद लेने के लिये नि:संतान लोग आगे आएं ताकि सुयोग्य लोगों का चयन करके उन्हें वैधानिक रूप से बच्चे गोद दिये जा सकें। श्री शुभम ने बताया कि जिले में अनाथ बच्चों की संख्या 3 सौ से भी ज्यादा है। इन्हें समिति द्वारा चिह्नित किया गया है तथा आंगनबाड़ी एवं सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से इनको सहारा देने का प्रयास चल रहा है। अनाथ बच्चों की तेजी से बढ़ रही संख्या के बारे पड़ताल करने पर यह बात सामने आयी कि प्रेम संबंधों की परिणति विवाह तक नहीं पहुंच पाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सी किशोरियां बिन ब्याही मां बन जाती हैं। इसके बाद अधिकांश मामलों में नवजात बच्चे खो देते हैं ममता की छांव।
Contact No. -- 09431156886 (Narender Agarwal)
                        09334439436 (Prince)

Sunday, November 1, 2009

सिमडेगा। -- ट्रक चालक को भूना

Nov 01, 2009
सिमडेगा। शनिवार की अहले सुबह मार्ग लुटेरों ने सिमडेगा-रांची मुख्य मार्ग स्थित कोलेबिरा घाटी में बोकारो से राउरकेला स्टील प्लांट जा रहे एक ट्रक के चालक मो. कुदुस अंसारी को गोलियों से भून डाला। चालक कुदुस का दोष सिर्फ इतना था कि उसने सड़क पर लगायी गयी कील से टायर पंचर होने के बावजूद अपनी गाड़ी को कुछ दूर तक आगे बढ़ा दिया था। चालक पर भागने की कोशिश करने का दोष मढ़ते हुए लुटेरों ने उसे गाड़ी में ही मार डाला। कोलेबिरा घाटी में मार्ग लुटेरों द्वारा किसी वाहन चालक की हत्या कर देने की यह पहली घटना है। घटना में उक्त ट्रक के खलासी ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार मार्ग लुटेरों ने लूटपाट के इरादे से सरईपानी के निकट रोड पर कील गाड़ दी थी। शनिवार की सुबह करीब 4 बजे बोकारो से राउरकेला स्टील प्लांट के लिये माल लेकर जा रहा ट्रक डब्लूबी 37-5993 के पहिये कील की चपेट में आ गये और पंक्चर हो गये। चालक ने इसी स्थिति में गाड़ी को आधा किलोमीटर आगे बढा़ते हुए ट्रक को अरानी तक पहुंचाया और खड़ा कर दिया। सुबह होने का इंतजार करते हुए चालक ट्रक में ही लेट गया। इसी बीच पीछा करते हुए लुटेरे वहां पहुंचे और चालक पर भड़कते हुए पैसे मांगे तथा देर करने पर उसे गोलियों से भून दिया। इसी बीच मौका पाकर ट्रक का खलासी मोख्तार अंसारी वहां से भाग निकला और बस्ती पहुंचकर अपनी जान बचाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत चालक कुदुस बोकारो जिले के गोपालपुर गांव का निवासी था। ट्रक मुरी निवासी जयंत सिंह का है। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में कर लिया और अपराधियों की खोज शुरू कर दी। मृतक के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल भेजकर कराया गया। जानकारी के अनुसार शव से तीन गोलियां निकाली गयी। मामले में सह चालक के बयान पर सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

(सिमडेगा) -- बाल-बाल बची गरीब रथ व एलेप्पी एक्स

Oct 29, 2009 


बानो (सिमडेगा) । बुधवार की सुबह भयंकर हादसा होते-होते रह गया। सिमडेगा जिले के बानो के समीप महाबुआंग स्टेशन से कुछ दूरी पर रेलपटरी के नीचे उग्रवादियों द्वारा रखे 15 किलो के शक्तिशाली बम के ऊपर से गरीब रथ व एलेप्पी एक्सप्रेस गुजर गई लेकिन बम नहीं फटा। अन्यथा एक बड़े हादसे का गवाह बन जाता सिमडेगा जिला। बताया गया है कि भुवनेश्वर से हटिया जा रही गरीब रथ और धनबाद जा रही एलेप्पी-धनबाद एक्सप्रेस पर सवार हजारों यात्री खुशकिस्मत थे कि रेल पटरी के नीचे रखा केन बम नहीं फटा और दोनों ट्रेनें सुरक्षित आगे बढ़ गई। पटरी के नीचे केन बम की सूचना पर हटिया की ओर जा रही तपस्विनी एक्सप्रेस करीब चार घंटे तक बानो रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। हटिया-राउरकेला रेलखंड पर बानो रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित महाबुआंग स्टेशन के आगे दक्षिण केबिन के पास उग्रवादियों द्वारा पटरी के नीचे केन बम फिट किया गया था। बम को निष्क्रिय करने रांची से स्पेशल ट्रेन से वहां पहुंचे बम निरोधक दस्ते के अनुसार केन बम संयोगवश फ्यूज कर गया था। यदि यह बम फटता तो रेल की तबाही के साथ करीब तीन किलोमीटर का दायरा थर्रा उठता। घटनास्थल पर पहुंचे डीआरएम बीके अग्रवाल ने कहा कि पटरी के नीचे केन बम मिलने की घटना गंभीर है तथा इसे समय रहते नहीं देख पाने के लिए उनका विभाग यात्रियों से खेद प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना फिर न हो, इसके लिए रेलवे समुचित प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए उक्त लाइन पर पेट्रोलिंग ट्रेन चलाई गई थी, किंतु अंधेरे के कारण रेलकर्मी केन बम को नहीं देख पाए। इधर बुधवार की सुबह 8.50 बजे रेलकर्मियों के द्वारा उक्त बम को देखे जाने के बाद रेलों का परिचालन रोक दिया गया। हटिया की ओर जा रही तपस्विनी एक्सप्रेस करीब चार घंटे तक बानो रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। स्टेशन में भोजन-पानी की कोई व्यवस्था नहीं रहने से यात्री परेशान रहे। इधर जिला पुलिस ने रेल पटरी के नीचे केन बम लगाए जाने की कार्रवाई में भाकपा माओवादियों का हाथ बताया है। एसपी दुर्गा उरांव ने कहा कि पुलिस ने उक्त क्षेत्र में सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि महाबुआंग रेलवे स्टेशन के साउथ होम सिग्नल 511/14 के निकट पैकिंग मशीन पर सवार होकर पटरी पर बोल्डर पैकिंग कर रहे रेलकर्मियों को अचानक पटरी के नीचे केन बम दिखा था। पैकिंग कर रहे दिवाकर, प्रभात गोप, चंचल महतो, एसएस पाणी, मोहन लाल और संजय नामक रेलकर्मी बम से महज तीन मीटर की दूरी पर थे। बम देखते ही तीनों चिल्ला उठे और तुरंत महाबुआंग रेलवे स्टेशन को सूचना दी। इस समय सुबह के करीब 9 बज रहे थे। सुबह 5.45 बजे गरीब रथ ट्रेन तथा 7.20 बजे एलप्पी धनबाद एक्सप्रेस इस स्थान से गुजर चुकी थी। बम फटने से होने वाली तबाही को सोचकर रेलकर्मी कांप गए थे। सूचना मिलने पर रांची से चली स्पेशल ट्रेन में 12.55 बजे डीआरएम श्री अग्रवाल, वरिष्ठ रेल मंडल सुरक्षा प्रबंधक संतोष कुमार दूबे, सीनियर डीटीएम प्रभात रंजन, आरपीएफ बानो के ओसी जेएन सिंह आदि अधिकारी बम निरोधक दस्ते के साथ वहां पहुंचे। इधर से बानो व कोलेबिरा पुलिस भी वहां पहुंची। करीब आधे घंटे में दस्ते ने बम को पटरी के नीचे से निकाला और इसे निष्क्रिय कर दिया।

सिमडेगा उपाध्यक्ष ने किया छठ घाट का निरीक्षण


सिमडेगा। छठ पर्व को लेकर नगर पंचायत द्वारा जिला मुख्यालय स्थित छठ तालाब का साफ-सफाई कराया जा रहा है। बुधवार को नगर पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल ने तालाब का निरीक्षण कर साफ सफाई का जायजा लिया। उन्होंने नपं कर्मियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं के सुविधा का खास ख्याल रखा जाए। उन्होंने तालाब सहित आसपास के जगहों को सही तरीके से साफ करने को कहा। दर्जन भर मजदूरों द्वारा किये जा रहे सफाई कार्य से उपाध्यक्ष संतुष्ट दिखे। श्री अग्रवाल ने कर्मियों को निर्देश दिया कि पर्व को लेकर विद्युत प्रकाश की पूर्ण व्यवस्था की जाए।

खंडवा बाबा रामरेखा पहुंचे, भक्तों को दिया आशीर्वाद

Oct 23, 2009
सिमडेगा। महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी खंडवा बाबा ने गुरुवार को रामरेखा धाम में पूजा अर्चना की। खंडवा से आए स्वामी जी ने गुरुवार की प्रात: रामरेखा धाम में जा भगवान की पूजा अर्चना की। रामरेखा में पूजन के बाद स्वामी जी ने कुलुकेरा स्थित रामजानकी मंदिर में पूजा अर्चना की। कुलुकेरा में श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए स्वामी जी ने कहा कि रामरेखा बाबा साक्षात भगवान का रूप थे। जो व्यक्ति उनके जीवन का अनुकरण करेगा उसे किसी शास्त्र के अध्ययन की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा ने इस क्षेत्र में जो संस्कार दिये हैं उसे नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपने संस्कृति एवं धर्म की रक्षा का आग्रह किया। इससे पूर्व स्वामी जी का स्वागत पारंपरिक तरीके से गाजे-बाजे के साथ धूमधाम के साथ किया गया। कुलुकेरा स्थित मंदिर में सेवा देने वाले व्यक्ति एवं पुजारियों को स्वामी जी ने चादर दे सम्मानित किया।

भक्तों ने भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया ( chaat puja )

Oct 25, 2009
सिमडेगा। आस्था, पवित्रता व शुचिता के महान पर्व छठ के अवसर पर जिले भर के छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। जिला मुख्यालय के करीब स्थित शंख नदी छठ घाट पर सबसे ज्यादा छठ व्रती पहुंचे और भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। यहां नदी तट पर चारों ओर फैले हजारों श्रद्धालु आस्था का विहंगम दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे। छठ तालाब एवं प्रिंस चौक स्थित नवज्योति पूजा पंडाल में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने छठी मइया का पूजन किया।

डायन का आरोप लगा विधवा की हत्या


Oct 21, 2009
सिमडेगा। सदर थाना क्षेत्र के तामड़ा कुम्हारटोली गांव में डायन बिसाही का आरोप लगा एक विधवा की नृशंस हत्या अज्ञात हत्यारों ने कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त गांव की रुकमनी देवी (60) रविवार की शाम 7 बजे घर से गांव में ही रहने वाली अपनी बहन के यहां जाने के लिये निकली थी। इसी बीच अज्ञात लोगों ने उसकी हत्या कान में लोहे की रड घुसाकर कर दी तथा शव को गांव में स्थित नहर के निकट फेंक दिया। इधर सोमवार की प्रात: महिला का शव ग्रामीणों ने देखा। इसकी जानकारी सदर पुलिस को दी गयी। पुलिस घटनास्थल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में कर अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जहां चिकित्सकों ने शव का अंत्यपरीक्षण कर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। एसडीपीओ वरूण कुमार ने कहा कि महिला की हत्या डायन के आरोप में की गयी है तथा एक-दो दिनों में हत्यारों का पता लगा लिया जाएगा। पुलिस अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करके अनुसंधान कर रही है।

सिमडेगा में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी दीपावली


सिमडेगा। जिले भर में दीपों का पर्व धूमधाम से मनाया गया। जिला मुख्यालय में श्रद्धालुओं ने अपने घरों व प्रतिष्ठानों को दीपों, फूल मालाओं व विद्युत झालरों से सजाया था। शहर में हर ओर हो रही आतिशबाजी से आसमान चकाचौंध था तथा पटाखों की धमक सुनाई पड़ रही थी। इस अवसर पर लोगों ने अपने घरों व प्रतिष्ठानों में पूजन किया एवं महालक्ष्मी व श्रीगणेश भगवान से सुख शांति व समृद्धि की कामना की। शहर के हरिपुर, ढेबरग्राम व झुग्गी झोपड़ी इलाकों में भी गरीबों ने अपनी सामर्थ के अनुसार दीपावली मनायी। शहर के मुख्य पथ पर दोनों ओर लोगों ने अपनी दुकानों को आम के पत्तों, केले के स्तंभों व गेंदा फूल की लडि़यों से सुंदर ढंग से सजाया था। लोगों ने दुकान के सामने लकड़ी व पाइप से स्टैंड बनाकर दीपक सजाए थे। दीपों की रोशनी में पूरा शहर जगमगा रहा था। लोगों ने अपने घरों में पूजन का कार्य करने के बाद एक दूसरे के यहां जाकर दीपावली की बधाइयां दी तथा बड़ों से आशीर्वाद लिया। हिन्दू समुदाय के साथ-साथ अन्य संप्रदाय के लोग भी दीपावली की खुशियां मनाते देखे गये।

रामरेखा मेले की तैयारी के लिये प्रशासन ने की बैठक

Oct 20,2009
सिमडेगा। सोमवार को समाहरणालय में एक बैठक का आयोजन करके रामरेखा मेले की तैयारी के बारे प्रशासन ने रामरेखा धाम समिति के साथ विचार विमर्श किया। उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में धाम समिति के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल एवं सचिव अमरनाथ बामलिया ने इस बात को प्रमुखता से उठाया कि बैठक में लिये गये निर्णयों का कार्यान्वयन विभागीय अधिकारी मेले के दौरान नहीं करते हैं। इसपर उपायुक्त ने मेले के दौरान प्रशासन से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। चर्चा के बाद निर्णय हुआ कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मेले में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा तथा प्रखंड प्रशासन मेले तक का पहुंच पथ दुरुस्त करेगा। गुमला व छत्तीसगढ़ की ओर से धाम तक पहुंचने वाली सड़कों को दुरुस्त करने के लिये उक्त दोनों स्थानों के प्रशासन को पत्र लिखने के अलावा मेले के दौरान क्षेत्र में शराबबंदी कराने का निर्णय लिया गया।