Sunday, November 1, 2009

(सिमडेगा) -- बाल-बाल बची गरीब रथ व एलेप्पी एक्स

Oct 29, 2009 


बानो (सिमडेगा) । बुधवार की सुबह भयंकर हादसा होते-होते रह गया। सिमडेगा जिले के बानो के समीप महाबुआंग स्टेशन से कुछ दूरी पर रेलपटरी के नीचे उग्रवादियों द्वारा रखे 15 किलो के शक्तिशाली बम के ऊपर से गरीब रथ व एलेप्पी एक्सप्रेस गुजर गई लेकिन बम नहीं फटा। अन्यथा एक बड़े हादसे का गवाह बन जाता सिमडेगा जिला। बताया गया है कि भुवनेश्वर से हटिया जा रही गरीब रथ और धनबाद जा रही एलेप्पी-धनबाद एक्सप्रेस पर सवार हजारों यात्री खुशकिस्मत थे कि रेल पटरी के नीचे रखा केन बम नहीं फटा और दोनों ट्रेनें सुरक्षित आगे बढ़ गई। पटरी के नीचे केन बम की सूचना पर हटिया की ओर जा रही तपस्विनी एक्सप्रेस करीब चार घंटे तक बानो रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। हटिया-राउरकेला रेलखंड पर बानो रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित महाबुआंग स्टेशन के आगे दक्षिण केबिन के पास उग्रवादियों द्वारा पटरी के नीचे केन बम फिट किया गया था। बम को निष्क्रिय करने रांची से स्पेशल ट्रेन से वहां पहुंचे बम निरोधक दस्ते के अनुसार केन बम संयोगवश फ्यूज कर गया था। यदि यह बम फटता तो रेल की तबाही के साथ करीब तीन किलोमीटर का दायरा थर्रा उठता। घटनास्थल पर पहुंचे डीआरएम बीके अग्रवाल ने कहा कि पटरी के नीचे केन बम मिलने की घटना गंभीर है तथा इसे समय रहते नहीं देख पाने के लिए उनका विभाग यात्रियों से खेद प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना फिर न हो, इसके लिए रेलवे समुचित प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए उक्त लाइन पर पेट्रोलिंग ट्रेन चलाई गई थी, किंतु अंधेरे के कारण रेलकर्मी केन बम को नहीं देख पाए। इधर बुधवार की सुबह 8.50 बजे रेलकर्मियों के द्वारा उक्त बम को देखे जाने के बाद रेलों का परिचालन रोक दिया गया। हटिया की ओर जा रही तपस्विनी एक्सप्रेस करीब चार घंटे तक बानो रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। स्टेशन में भोजन-पानी की कोई व्यवस्था नहीं रहने से यात्री परेशान रहे। इधर जिला पुलिस ने रेल पटरी के नीचे केन बम लगाए जाने की कार्रवाई में भाकपा माओवादियों का हाथ बताया है। एसपी दुर्गा उरांव ने कहा कि पुलिस ने उक्त क्षेत्र में सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि महाबुआंग रेलवे स्टेशन के साउथ होम सिग्नल 511/14 के निकट पैकिंग मशीन पर सवार होकर पटरी पर बोल्डर पैकिंग कर रहे रेलकर्मियों को अचानक पटरी के नीचे केन बम दिखा था। पैकिंग कर रहे दिवाकर, प्रभात गोप, चंचल महतो, एसएस पाणी, मोहन लाल और संजय नामक रेलकर्मी बम से महज तीन मीटर की दूरी पर थे। बम देखते ही तीनों चिल्ला उठे और तुरंत महाबुआंग रेलवे स्टेशन को सूचना दी। इस समय सुबह के करीब 9 बज रहे थे। सुबह 5.45 बजे गरीब रथ ट्रेन तथा 7.20 बजे एलप्पी धनबाद एक्सप्रेस इस स्थान से गुजर चुकी थी। बम फटने से होने वाली तबाही को सोचकर रेलकर्मी कांप गए थे। सूचना मिलने पर रांची से चली स्पेशल ट्रेन में 12.55 बजे डीआरएम श्री अग्रवाल, वरिष्ठ रेल मंडल सुरक्षा प्रबंधक संतोष कुमार दूबे, सीनियर डीटीएम प्रभात रंजन, आरपीएफ बानो के ओसी जेएन सिंह आदि अधिकारी बम निरोधक दस्ते के साथ वहां पहुंचे। इधर से बानो व कोलेबिरा पुलिस भी वहां पहुंची। करीब आधे घंटे में दस्ते ने बम को पटरी के नीचे से निकाला और इसे निष्क्रिय कर दिया।

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