Friday, July 9, 2010

Simdega : जिले में दिखी परोपकार की मिसाल

Jul 10,
सिमडेगा। रजरप्पा मंदिर में हुई घटना के विरोध में आहूत बंद के दौरान शहरवासियों ने परोपकार की मिसाल प्रस्तुत करते हुए बंद में फंसे लोगों को भोजन कराया। देश के विभिन्न शहरों से अपने ट्रकों पर माल लादकर यहां से गुजर रहे करीब डेढ़ सौ ट्रक चालक सिमडेगा में फंसे हुए थे। इनके अलावा काफी संख्या में यात्री भी बंद के चलते रूके थे। शहर में चाय-पान तक की दुकानें बंद रहने के कारण ये भूख-प्यास से त्रस्त थे। इनकी परेशानी को देख शहर के युवाओं ने खिचड़ी और सब्जी का वितरण किया। साथ ही मिनरल वाटर भी उपलब्ध कराया गया। यहां के लोगों की सहृदयता देख ट्रक चालक दलबीर सिंह ने कहा कि बंद में यह अनुभव बेहद सुखद है। भोजन व्यवस्था में पवन जैन, राजेश सिंह, कौशल रोहिल्ला, प्रदीप शर्मा, बबलू गोयल, रवि गोयल, जगेश्वर चाटवाला, पवन वैद्यनाथ, श्री महतो, विजय बंसल, विष्णु बोंदिया सहित कई युवा शामिल थे।

Wednesday, July 7, 2010

Simdega : माओवादियों ने किया बैनर बम विस्फोट

सिमडेगा जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर सिमडेगा-रांची मुख्य मार्ग पर भाकपा माओवादियों द्वारा लगाया गया 'बैनर बम' विस्फोट हो गया। विस्फोट में एक एएसआई व दो जवान बाल-बाल बच गये। नक्सलियों द्वारा बैनर बम विस्फोट की संभवत: यह पहली घटना है। पुलिस का अनुमान है कि बैनर के नीचे बम फिट करके पुलिस को क्षति पहुंचाने की इस कोशिश को नक्सलियों के कुंदन पाहन दस्ते ने अंजाम दिया है। घटना में एएसआई व एक पुलिसकर्मी को मामूली चोट आयी है। बंद के दौरान एलआरपी पर निकली सदर पुलिस मुख्य मार्ग पर अरानी गांव के समीप पुलिस उग्रवादियों द्वारा लगाया गया बैनर उखाड़ रही थी। पुलिस की किस्मत अच्छी थी कि बैनर के खूंटों के नीचे फिट किये गये 3 बमों में से सबसे बड़ा बम नहीं फटा। करीब 5 किलो वजन का जिलेटिन व स्प्रिंल्टर भरा यह बम फट जाता तो किसी की जान नहीं बचती। नक्सलियों ने 12 वोल्ट की बैटरी व तार के साथ बमों को बैनर के खूंटों के नीचे फिट किया था। पुलिस ने घटनास्थल से जिंदा बम, बैटरी, तार के अलावा एक मोटरसाइकिल का आनर बुक व साइकिल बरामद किया है। घटना बुधवार की सुबह करीब 9 बजे हुई। जानकारी के अनुसार एएसआई सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में जीप से निकली एलआरपी टीम ने बीरू गांव से कुछ आगे पुल के पास माओवादियों द्वारा लगाया गया लाल रंग का बैनर देखा । इस बैनर को उखाड़ने के बाद पुलिस करीब एक किलोमीटर आगे बढ़ी थी । वैसा ही एक और बैनर रोड के किनारे लगा दिखा। पुलिस ने इसे भी उखाड़ना शुरू किया। जैसे ही पहले खूंटे को उखाड़ा, एक साथ दो विस्फोट हुए। विस्फोट से एएसआई व पुलिसकर्मी वहीं फेंका गये और उन्हें मामूली चोटें आयीं। वहां काले रंग का धूंआ फैल गया था। विस्फोट में एक बच्चे को भी चोट आने की सूचना है। पुलिस के अनुसार जिस खूंटे को उखाड़ने से विस्फोट हुए उसके नीचे बड़ा बम था । किंतु यह नहीं फटा। खूंटों के हिलने से अन्य दो खूंटों के नीचे तार से जोड़े गये बम फट गये। घटना के बाद एसपी दुर्गा उरांव, एसडीपीओ वरूण कुमार, डीएसपी डीएन उरांव, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट अजय सिंह, इंस्पेक्टर सतनजीव झा व सदर थाना प्रभारी परमेश्वर प्रसाद के अलावा कोलेबिरा थाना प्रभारी नीरज कुमार सदलबल घटनास्थल पहुंचे और नक्सलियों के खिलाफ सर्च आपरेशन तेज कर दिया।