Saturday, November 21, 2009

Simdega : खेल जगत को दिये चमकते सितारे, बदले में मिली उपेक्षा


सिमडेगा। अंतर्राष्ट्रीय खेल जगत में चमकते सितारे देने वाली सिमडेगा जिले की धरती सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रही है। ओलम्पिक हाकी में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले माइकल किंडो व सिलबानुस डुंगडुंग के अलावा भारतीय टीम की कप्तान बनने के गौरव रखने वाली हाकी बाला सुमराय टेटे को इसी धरती ने जन्म दिया है। आदिवासी बहुल इस जिले में हाकी के अलावा अन्य खेलों में भी खिलाडि़यों ने चमक बिखेरी है। कई शानदार उपलब्धियों के बावजूद जिले में खेल सुविधाओं का घोर अभाव है। जिला मुख्यालय के बाजारटांड के समीप बन रहा खेल मैदान वर्षो से अधर में है। अल्बर्ट एक्का मैदान में खेलों के अलावा समय-समय पर विभिन्न सरकारी आयोजनों के कारण खेल प्रतिभाओं को समुचित अवसर नहीं मिल पाता है। एस्ट्रोटर्फ मैदान नहीं होने के चलते प्रतिभावान खिलाड़ी सही ढंग से अभ्यास नहीं कर पाते। खेलों के लिये उर्वरा भूमि सिमडेगा में जनप्रतिनिधियों ने इसके विकास के लिये कोई खास प्रयास नहीं किया है। खेलप्रेमी व खेल आयोजन से जुड़े लोग अपने दम पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं। खेल आयोजनों में प्रशासनिक उपेक्षा का एक ज्वलंत उदाहरण यह है कि पांच वर्ष पूर्व महिला हाकी संघ ने प्रशासन के सहयोग से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया था। आयोजन के बाद समिति के लोग बाजार का बकाया नहीं चुका सके और प्रशासन ने समिति की कोई आर्थिक मदद नहीं की।

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