Sep 30, 2009
सिमडेगा। जिले भर में दुर्गा पूजा व दशहरा का पर्व शांति सौहार्द और उल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यालय में सजे सात पूजा पंडालों तथा गरजा पंडाल की प्रतिमाएं सोमवार की शाम ट्रकों पर सजाकर मुख्य पथ पर लायी गयी तथा विसर्जन शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। उत्साही युवा नाचते गाते चल रहे थे। विसर्जन शोभायात्रा के आगे-आगे दुर्गा पूजा समन्वय समिति के अध्यक्ष, सचिव व अन्य पदाधिकारी अपने विशेष वेशभूषा व गुलाबी पगड़ी में सजे लोगों के आकर्षण का केन्द्र थे। अब्दुल मन्नान उर्फ बारूद वाले बाबा ने अपने परिवार के द्वारा दशकों से चलायी जा रही सौहार्द की गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाते हुए अपने प्रतिष्ठान के बाहर निकलकर मां दुर्गे की शोभायात्रा का स्वागत किया। उन्होंने माता के स्वागत में फुलझड़ी व रोशनी से मार्ग को चकाचौंध कर दिया। पूरे शहर की परिक्रमा करने के बाद मध्य रात्रि में बड़ा तालाब में मां दुर्गे व अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाएं वैदिक मंत्रोच्चार व जयजयकार के बीच विसर्जित कर दी गयी। विसर्जन जुलूस के दौरान पुलिस निरीक्षक सतनजीव झा के नेतृत्व में पुलिस बल साथ चल रहा था। सुरक्षा के मद्देनजर शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था तथा दुर्घटना से बचाव के लिये बिजली आपूर्ति काटकर रखी गयी थी। दुर्गा पूजा के दौरान नवयुवक संघ उपर बाजार तथा प्रिंस चौक में जागरण सहित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। लोगों ने रामजानकी मंदिर में लगाये गये कैंटीन का भी जमकर मजा लिया।Wednesday, September 30, 2009
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